- प्यार अपनों का मिटा देता है ,इंसान का वजूद ,
- जिंदा रहना है तो गैरों की नज़र में रहिये.......
- *****************************
- रंजिश ही सही , दिल को दुखाने के लिए आ,
- आ फिर से मुझे , छोड़ जाने के लिए आ.....
- *****************************
- जी एक से बड़कर एक शायरी मारी है आप ने मेरी तरफ से ये रहा
- वो खुदगर्ज हो गए तो मै क्या करू
- मुझे उनकी वफा भुलाई नही जाती
- *****************************
- बहुत ही जबरदस्त संग्रह.. और भी लिखिए फुल मून जी
- बेमिसाल.. खासतोर से माँ ..
- बहुत दिल को छु गयी ये लाइनें
- मैं भी कुछ पक्तियां डालना चाहूँगा,,, फुल मून जी कोई परेशानी तो नहीं?
- *****************************
- मिर्ज़ा ग़ालिब का एक शेर है पेश करता हूँ:
- बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले..बहुत निकले मगर मेरे अरमान दिल से लेकिन कम निकले..
- निकलना खुल्द( स्वर्ग) से आदम का सुनते आये थे, हुआ मालुम तब , तेरे कूचे से जब हम निकले..
- *****************************
- मिर्ज़ा ग़ालिब का एक शेर है पेश करता हूँ:
- "दिल-इ-नादान तुझे हुआ क्या है..आखिर इस दर्द की दवा क्या है..
- हमको उनसे से वफ़ा की उम्मीद ..जो नहीं जानते वफ़ा क्या है.."
- *****************************
- मिर्ज़ा ग़ालिब का एक शेर है पेश करता हूँ:
- बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले..बहुत निकले मगर मेरे अरमान दिल से लेकिन कम निकले..
- निकलना खुल्द( स्वर्ग) से आदम का सुनते आये थे, हुआ मालुम तब , तेरे कूचे से जब हम निकले..
- मन जी ग़ालिब का ये शेर इस प्रकार है
- " हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी की हर ख्वाहिश पे दम निकले ,
- बहुत निकले मेरे अरमां मगर फिर भी कम निकले !
- डरे क्यूँ मेरा कातिल ? क्या रहेगा उसकी गर्दन पर ,
- वो खूँ जो चश्मेतर से उम्रभर यूँ दमबदम निकले !
- निकलना खुल्द से आदम का सुनते आये थे लेकिन,
- बहुत बेआबरू होकर तेरे कुचे से हम निकले !!""
- ग़ालिब की एक शायरी हम भी पेश करते हैं
- " हर एक बात पे कहते हो तुम की तू क्या है,
- तुम्ही कहो की ये अंदाज-ए-गुफ्तगुं क्या है!
- जला है जिस्म जहाँ , दिल भी जल गया होगा ,
- कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजूं क्या है!
- रंगों में दोड़ने फिरने के, हम नहीं कायल ,
- जब आँख ही से ना टपका तो लहू क्या है !
- वो चीज़ जिसके लिए हो हमको हो बहिश्त ( स्वर्ग) अज़ीज़
- सिवाए बादा-ए-गुल्फामें(सुन्दर) मुश्कबू (कस्तूरी या सुगंध ) क्या है !!"
- *****************************
- बहुत ही जबरदस्त संग्रह.. और भी लिखिए फुल मून जी
- बेमिसाल.. खासतोर से माँ ..
- बहुत दिल को छु गयी ये लाइनें
- मैं भी कुछ पक्तियां डालना चाहूँगा,,, फुल मून जी कोई परेशानी तो नहीं?
- don भाई,
- अगर आपके पास भी इन महान शायरों के शेर हैं,तो यहाँ अवश्य पोस्ट करें,
- मैंने ये सूत्र बनाया ही इसीलिए है ताकि मैं भी अपने संग्रह में कुछ और बेहतरीन शेरों को जोड़ सकूँ,
- जो की मुझे आप जैसे मित्रों से ही प्राप्त होंगे.
- *****************************
- प्यार,,,,प्यार भी कभी पूरा होता है?
- इसका तो पहला अक्षर ही अधूरा होता है.
- *****************************
- है जमाने की बुराई हममे,
- हम जमाने को बुरा कहते हैं.
- जो समझ में ना किसी के आये,
- हम उसी को खुदा कहते हैं......
- *****************************
- ठहरी है तो इक चेहरे पे ठहरी रही है बरसों,
- भटकी है तो फिर आँख भटकती ही रही है.......
- *****************************
- उलझा दिया दीमक ने ये कैसे शरारत की
- कागज तो नहीं चाटा ,तहरीर मिटा दी है
- *****************************
- मार ही डाले जो बेमौत, ये दुनिया वाले
- हम जो जिन्दा हैं तो जीने का हुनर रखते हैं /
- *****************************
- कही से सुना था उसने, की जीवन काँटों भरा होता है,
- तब से सदा वो दूसरों के जीवन में कांटे बोता है.....
- *****************************
- दिल के फफोले जल उठे , सीने के दाग से,
- इस घर को आग लग गयी, घर के चिराग से.....
- *****************************
- कौन कहता ही की छेद आसमां में हो नहीं सकता,
- इक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों.......
- *****************************
- मेहरबान होकर बुला लो मुझे जिस वक़्त,
- मैं गया वक़्त नहीं की फिर आ भी ना सकूँ.....
- *****************************
- रस्ते को भी दे दोष , आँखें भी कर लाल,
- चप्पल में जो कील है , पहले उसे निकाल.....
- *****************************
- कोई इसके साथ है , कोई उसके साथ है ,
- देखना ये चाहिए , मैदान किसके हाथ है.....
- *****************************
- काश बनाने वाले ने दिल कांच के बनाये होते,
- तोड़ने वाले के हाथ में ज़ख्म तो आये होते.....:tuta-dil:
- *****************************
- खुद को पढता हूँ, फिर छोड़ देता हूँ,
- रोज़ ज़िन्दगी का एक हर्फ़ मोड़ देता हूँ...
- *****************************
- मंज़ूर नहीं किसी को ख़ाक में मिलना,
- आंसू भी लरज़ता हुआ आँख से गिरता है.....
- *****************************
- दुश्मनी का सफ़र एक कदम दो कदम,
- तुम भी थक जाओगे, हम भी थक जाएंगे.....
- *****************************
- नन्हे बच्चों ने छू लिया चाँद को,
- बूढ़े बाबा कहानी ही सुनाते रह गए..... ..
- *****************************
- जाती है धूप उजले परों को समेट के,
- ज़ख्मों को अब गिनूंगा मैं बिस्तर पे लेट के.....
- *****************************
- कांच की गुडिया ताक में कब तक सजाये रखेंगे,
- आज नहीं तो कल टूटेगा, जिसका नाम खिलौना है.....
- *****************************
- दिल की ना रह दिल में, ये कहानी कह लो,
- चाहे दो हर्फ़ लिखो,चाहे जबानी कह लो,
- मैंने मरने की दुआ मांगी,जो पूरी ना हुयी,
- बस इसी को मेरे जीने की कहानी कह लो.......
- *****************************
- दुश्मनों के साथ मेरे दोस्त भी आज़ाद है,
- देखना है , फेंकता है मुझ पर पहला तीर कौन......
- *****************************
- मैंने कहा कभी सपनो में भी शक्ल ना मुझको दिखाई,
- उसने कहा, मुझ बिन भला तुझको नींद ही कैसे आई?
- *****************************
- मुझ में तुझ में फर्क नहीं,मुझ में तुझ में फर्क है ये ,
- तू दुनिया पर हँसता है,दुनिया मुझ पर हंसती है.....
- *****************************
- तुमको गैरों से कब फुर्सत,
- हम अपने गम से कब खाली,
- चलो बस हो चुका मिलना,
- ना तुम खाली ,ना हम खाली.....
- *****************************
- ना समझने की ये बातें हैं, ना समझाने की,
- ज़िन्दगी उचटी हुयी नींद है दीवाने की......
- *****************************
- दिल मुझे तितली का टूटा हुआ पर लगता है,
- अब तेरा नाम भी लिखते हुए डर लगता है.....
- *****************************
- ज़िन्दगी से जो भी मिले , सीने से लगा लो,
- गम को सिक्के की तरह उछाला नहीं करते......
- *****************************
- साहिल से सकूँ से किसे इनकार है लेकिन,
- तूफ़ान से लड़ने में मज़ा ही कुछ और है.....
- *****************************
- मेरे गम ने होश उनके भी खो दिए,
- वो समझाते-सम्झाते खुद ही रो दिए.....
- *****************************
- सताइशगर है ज़ाहिद इस क़दर जिस बाग़े-रिज्वॉ का,
- वह इक गुलदस्तः है हम बेख़ुदों के ताक़े-निसियाँ का ।
- *****************************
- ख़ामोशी में निहाँ खूँगश्तः लाखों आरजुएँ हैं,
- चिराग़े-मुर्दः हूँ मैं बेज़बाँ गोरे गरीबाँ का ।
- *****************************
- कुछ खटकता था मेरे सीने में लेकिन आख़िर,
- जिसको दिल कहते थे सो तीर का पैकाँ निकला ।
- *****************************
- जॉन (ग़ालिब) छुटी शराब पर अब भी कभी-कभी,
- पीता हूँ रोज-ऐ-अब्र-ओ-शब्-ऐ-माहताब में....................
- *****************************
- जनम मरण का साथ था जिनका, उन्हें भी हमसे बैर,
- वापिस ले चल अब तो हमे, हो गयी जग की सैर....
- *****************************
- अपने ही साए में था, मैं शायद छुपा हुआ,
- जब खुद ही हट गया, तो कही रास्ता मिला.....
- *****************************
- ना समझने की ये बातें हैं, ना समझाने की,
- ज़िन्दगी उचटती हुयी नींद है दीवाने की....
- *****************************
- आज आगोश में था और कोई ,
- देर तक हम तुझे न भुला सके .....
- *****************************
- अचानक चौंक उठा हूँ , जिस दम पड़ी है आँख ,
- आये तुम आज भूली हुयी याद की तरह......
- *****************************
- जिंदगी में खूब कमाया , क्या हीरे क्या मोती ,
- क्या करूँ मगर कफ़न में जेबें नहीं होती......
- *****************************
- जवानी जाती रही और हमें पता भी ना चला ,
- उसी को ढूंढ रहे हैं , कमर झुकाए हुए,,,,
- *****************************
- वो अपने आप को बेहतर शुमार करता है ,
- अजीब शख्स है , अपना ही शिकार करता है.....
- *****************************
- ले के उस पार ना जायेगी जुदा राह कोई ,
- भीड़ के साथ ही दलदल में उतरना होगा.....
- *****************************
- अँधेरा कब्र का इतने में ही खुश है ,
- की जलता है कोई ऊपर दिया तो...
- *****************************
- बस इतनी सी बात पे दुनिया गिनती है नादानों में ,
- प्यार की गर्मी ढूंढ रहा हूँ , बर्फीली चट्टानों में....
- *****************************
- फूल मून जी..आप आये बहार ई..कृपया जरी रखिये....
- *****************************
- बात कम कीजिये ,जहालत छुपाते रहिये,
- अजनबी दुनिया है , दोस्त बनाते रहिया ,
- दिल मिले ना मिले , हाथ मिलाते रहिये...
- *****************************
- सफ़र में मुश्किलें आयें, तो जुर्रत और बढती है ,
- कोई जब रास्ता रोके , तो हिम्मत और बढती है....
- *****************************
- हादसों की ज़द में हैं तो मुस्कुराना छोड़ दें ,
- जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दें ??/
- *****************************
- वो झूद भी बोल रहा था बड़े सलीके से
- मैं एइत्बार ना करता तो क्या क्या करता
- *****************************
- लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ
- सर झुकना नहीं आता तो झुकाए कैसे
- *****************************
- मैं भी उसे खोने का हुनर सीख न पाया
- उसको भी मुझे छौड के जाना नहीं आता
- *****************************
- सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का
- मैं इक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता
- *****************************
- इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग ,
- रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग
- *****************************
- उजाले में शमा जलाने से क्या फायदा
- वक्त गुजरने के बाद पछताने से क्यां फायदा
- *****************************
- राज जी और साजिद जी,
- आप दोनों के पास बेहतरीन शेरों का संकलन है.
- कृपया ऐसे ही और शेर पेश करते रहें.
- *****************************
- दिल में अरमान बहुत हैं सजाऊँ कैसे,
- तेरी याद बहुत आये ,भुलाऊँ कैसे
- *****************************
- तेरा मिलना लाख खुशी की बात सही
- पर तुझसे मिलके ,उदास रहते हैं
- *****************************
- खत पे खत हमने भेजे पर जवाब आता नहीं
- कौन सी ऐसी खता हुयी मुझ को याद आता नहीं
- *****************************
- कहाँ से आ गयी दुनिया कहाँ, मगर देखो,
- कहाँ-कहाँ से अभी कारवाँ गुज़रता है।
- *****************************
- हम वहाँ हैं जहाँ अब अपने सिवा,
- एक भी आदमी बहुत है मियाँ।
- *****************************
- टुकड़े-टुकड़े दिन बीता,
- धज्जी-धज्जी रात मिली।
- जिसका जितना आंचल था,
- उतनी ही सौग़ात मिली।।
- जब चाहा दिल को समझें,
- हंसने की आवाज़ सुनी।
- जैसे कोई कहता हो, लो
- फिर तुमको अब मात मिली।।
- बातें कैसी ? घातें क्या ?
- चलते रहना आठ पहर।
- दिल-सा साथी जब पाया,
- बेचैनी भी साथ मिली।।
- *****************************
- उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
- न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये
- *****************************
- हमने इक शाम चराग़ों से सजा रक्खी है
- शर्त लोगों ने हवाओं से लगा रक्खी है
- *****************************
- दिया ख़ामोश है लेकिन किसी का दिल तो जलता है
- चले आओ जहाँ तक रौशनी मालूम होती है
- *****************************
- मुझसे मत जी को लगाओ कि नहीं रहने का
- मैं मुसाफिर हूँ कोई दिन को चला जाऊँगा
- *****************************
- आज सोचा तो आँसू भर आये
- मुद्दतें हो गईं मुस्कराये
- *****************************
- दोस्तों ने हर कदम पे रुसवा किया
- तब से मुझे दुश्मनों की दुश्मनी अच्छी लगी
- *****************************
- आईना टूट भी जाए तो कोई बात नहीं
- लेकिन दिल न टूटे ये बिकते नहीं बाजारों में
- *****************************
- ऐ दोस्त ,मेरी दोस्ती में क्या कमी है ,
- क्यूँ दिल में गम और पलकों में नमी है
- *****************************
- 'परिंदे भी नहीं रहते पराये आशियानों में,
- हमने जिंदगी गुजारी है किराये के मकानों में।'
- *****************************
- एक काँच ने पत्थर से मोहब्बत करली !
- टकरा कर उससे अपनी जिंदगी चकनाचूर करली !!
- काँच की दीवानगी तो देखिए......!
- अपने हजारो टुकरो में भी उसकी तस्वीर भरली !!
- *****************************
- रुला कर वो हमें खुश हो जायेंगे !
- साथ में न सही दूर जाके मुस्कुरायेंगे !!
- दुवा हैं खुदा से उनको दर्द न देना !
- हम तो सह गए पर वो टूट जायेंगे !!
- *****************************
- उनकी याद में जलना अजीब लगता हैं !
- धीरे - धीरे से पिघलना अजीब लगता हैं !!
- सारी दुनियाँ के बदलने से मुझे फर्क नहीं परता !
- बस कुछ अपनों का बदलना अजीब लगता हैं !!
- *****************************
- मेहनत लगती हैं सपनो को हकीकत बनाने में !
- होसला लगता हैं बुलंदियों को पाने में .....!!
- अरसा लगता हैं एक जिंदगी बनाने में !
- जिंदगी भी कम पर जाती हैं एक सच्चा दोस्त पाने में !!
- *****************************
- हर खामौशी में दो बात होती हैं !
- हर दिल में एक याद होती हैं !!
- आपको पता हो या न हो ...!
- आपकी ख़ुशी के लिए रोज हमारी फरियाद होती हैं !!
- *****************************
- रूठे हुए को मनाना जिंदगी हैं !
- दुसरो को हँसाना जिंदगी हैं !!
- कोई जीत कर खुश हुवा तो क्या हुवा !
- सब कुछ हार कर मुश्कुराना जिंदगी हैं !!
- *****************************
- मुमकिन नहीं इस प्यार को भुला पाना !
- मुमकिन नहीं आपको यादों से मिटा पाना !!
- आप एक कीमती तोहफा हो दोस्ती का !
- मुमकिन नहीं इस तोहफे की किम्मत चूका पाना !!
- *****************************
- तेरा मिलना लाख खुशी की बात सही
- पर तुझसे मिलके ,उदास रहते हैं
- *****************************
- उसके होंठों पे कभी बददुआ नहीं होती ,
- बस इक माँ है जो मुझसे कभी खफा नहीं होती.
- *****************************
- मौत आई तो क्या मैं मर जाऊँगा?
- मैं तो इक दरिया हूँ, जो समंदर में मिल जाऊँगा.
- *****************************
- नाकामियों ने और भी सरकश बना दिया,
- इतने हुए जलील, की खुददार हो गए...
- *****************************
- उसको रुखसत तो किया था, मुझे मालून न था.
- सारा घर ले गया, छोड़ के जाने वाला.....
- *****************************
- सर पर चढ़कर बोल रहे हैं, पौधे जैसे लोग,
- पेड़ बने खामोश खड़े हैं, कैसे-कैसे लोग.....
- *****************************
- जो चीज़ उन्होंने ख़त में लिखी थी, नहीं मिली.
- ख़त हमको मिल गया है, तस्सली नहीं मिली.....
- *****************************
- अकेले बैठोगे, तो मसले जकड लेंगे.,
- ज़रा सा वक़्त सही , दोस्तों के नाम करो.....
- *****************************
- ज़िन्दगी के मायने तो याद तुमको रह जायेंगे ,
- अपनी कामयाबी में कुछ कमी भी रहने दो....
- *****************************
- मैंने उसका हाथ थमा था राह दिखने को,
- अब ज़माने को दर्द हुआ तो मैं क्या करूँ ?
- *****************************
- किसी को मकां मिला,किसी के हिस्से में दुकां आई,
- मैं घर में सबसे छोटा था,मेरे हिस्से में माँ आई.....
- *****************************
- मुझको थकने नहीं देता , ये ज़रुरत का पहाड़.
- मेरे बच्चे मुझे बूढा होने नहीं देते......
- *****************************
- मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
- सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया .....
- *****************************
- गम बिछड़ने का नहीं करते खानाबदोश ,
- वो तो वीराने बसाने का हुनर जानते हैं.......
- *****************************
hindi shayari,Love Shayari images,Sad Shayari wallpapers,Romantic Shayari,English Love Shayari & Hindi Love Shayari,happy new year 2017 images sms,Romantic Love Sms & Love Sms,Latest Jokes & Funny Jokes,Birthday Shayari For Lover,friendship shayari,Love Shayari In Two Lines,Latest Collection,Trending Shayari,Famous whatsapp status
Hindi Love Romantic Shayari 2016
Subscribe to:
Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment